बिहार के पटना में एक एएसआई ने शुक्रवार (1 नवंबर) को सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित ट्रैफिक संचालन कार्यालय एकता भवन के बैरक में एएसआई की लाश मिली है. मौके पर सेंट्रल एसपी स्वीटी सहरावत और एफएसएल की टीम पहुंच कर जांच में जुटी है.मृतक की पहचान अजीत सिंह के तौर पर हुई है, जो भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव का रहने वाला थे. गांधी मैदान पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी इस घटना की जांच-पड़ताल कर रही है. वे पुलिस लाइन में तैनात थे. बताया जाता है कि जहां पर मृतक की बॉडी पड़ी हुई है, वहां पर से सटे बहुत सारे बेड हैं. एक छत के नीचे कई पुलिस कर्मी रहते हैं. एएसआई खुदकुशी मामले में सिटी एसपी ने बोला कि मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. उन्होंने बोला कि हर बिंदु पर जांच चल रही है.
लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
जब सिटी एसपी से पूछा गया कि अजीत सिंह छुट्टी नहीं मिलने के वजह से परेशान थे, तो इस पर उन्होंने फोला कि सभी मामले की जांच की जा रही है. एफएसएल टीम भी जांच कर रही है. वहीं इस मामले में एएसआई के पिता विनोद सिंह ने रोते हुए बोला कि हमने दीपावली में बुलाया था वह नहीं आए. मैंने बोला कि छठ में आ जाओ, तो बोला कि कहां छुट्टी मिलेगी. छुट्टी मिला तभी आ पाएंगे. पिता ने बताया कि अजीत सिंह 2007 में बिहार पुलिस में कांस्टेबल बने थे, उन्हें 4 महीने पहले ही प्रमोशन मिला था. उनके तीन बेटे और एक बेटी है. पटना से पहले वे भभुआ में पोस्टेड थे. अजीत सिंह का एक भाई आर्मी में है, दूसरा गांव में ही बिजनेस करता है और तीसरा रेलवे में लोको पायलट के पद पर तैनात है.