राज्यपाल ने छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उसके समाधान का आदेश दिया.
इसके अलावा छात्रावासों की मरम्मत निर्धारित वक्त में पूरा कर छात्रों को आवंटित करने का आदेश दिया. बोला गया कि अधीक्षक/वार्डेन छात्रावासों में जाकर नियमित अनुश्रवण करें. विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच संवाद होता रहे. साथ ही कुलपति को विश्वविद्यालय प्रशासन में आवश्यक बदलाव लाने का भी आदेश दिया. उन्होंने छात्र संघ के चुनाव पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का भी आश्वासन दिया.बता दें कि पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ का चुनाव प्रत्येक साल होना रहता है, लेकिन हर बार दो वर्ष या तीन वर्ष लेट हो जाता है. इससे पहले नवंबर 2022 में छात्र संघ का चुनाव हुआ था. जेडीयू के छात्र संघ के नेता आनंद कुमार अध्यक्ष बने थे. उसके बाद निरंतर छात्र चुनाव कराने के लिए मांग कर रहे हैं.
बीते बुधवार (20 नवंबर) को छात्र संघ चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर छात्रों का समूह कुलपति से मिलने पहुंचा था. इस क्रम में छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर से बाहर निकालने और प्रदर्शन रोकने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन को बुलाया गया था. पुलिस ने बल उपयोग किया था. लाठीचार्ज हुआ था. कई छात्र जख्मी हो गए थे. घटना के बाद से छात्र निरंतर आंदोलन कर रहे हैं.