बिहार की लोक आस्था का महापर्व छठ कल यानी मंगलवार से शुरू होने वाला है. इससे एक दिन पहले सोमवार को पटना के डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने विभिन्न छठ तालाबों एवं घाटों का निरीक्षण किया और घाटों पर पूजा की तैयारियों का जायजा लिया. इस क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि बड़ी संख्या में घरों और अपार्टमेंट की छत पर भी लोग छठ करते हैं, ऐसे छठ व्रतियों के लिए उनके घरों तक पवित्र गंगाजल पहुंचाने की बंदोबस्त की गई है. दरअसल घाट पर नहीं जाने वालों के लिए जिला प्रशासन पटना ने खास व्यवस्था की है. प्रशासन के माध्यम से टैंकर के माध्यम से घरों, सोसायटीज एवं कॉलोनियों में श्रद्धालुओं तथा छठव्रतियों के लिए गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा. पटना नगर निगम का टैंकर विभिन्न वार्ड में भेजा जाएगा, जिससे लोगों को गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा. जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक ने बोला कि छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी नदी घाटों, तालाबों व पार्क पर उत्कृष्ट प्रशासनिक प्रबंध किया गया है. एसएसपी मिश्रा ने बोला कि पटना जिला में गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों के करीब 550 घाटों पर छठव्रतियों के माध्यम से छठ किया जाता है.
इसके अलावा अनेक पार्क एवं तालाबों में भी छठ किया जाता है.
लोग अपने-अपने घरों, अपार्टमेंट, सोसायटिज एवं कॉलोनियों में भी छठ करते हैं. पार्क, तालाबों, सोसायटिज एवं कॉलोनियों में छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन के माध्यम से हर तरह की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. पटना नगर निगम क्षेत्र में गंगा किनारे के करीब 102 घाट तथा करीब 45 पार्क एवं 63 तालाबों में छठव्रतियों के लिए प्रबंध किया गया है.एसएसपी ने बताया कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से एसडीआरएफ की टीम, घाटों की स्थानीय भौगोलिक स्थिति से भली-भांति अवगत तैराकों, प्रशिक्षित गोताखोरों, नाव, नाविकों और सिविल डिफेंस के वोलंटियर्स को तैनात किया गया है. किसी भी आपदा की स्थिति में आकस्मिकता से निपटने के लिए सभी प्रबंध किया गया है. बता दें कि घाटों पर मेडिकल कैम्प भी सक्रिय रहेगें. भीड़-प्रबंधन और सुगम यातायात के लिए समुचित प्रबंध किया गया है. विधि-व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. सीसीटीवी, ड्रोन एवं वीडियो कैमरा से गतिविधियों की निगरानी की जाएगी.