यह उनकी पार्टी में ही मुमकिन हो सकता है.
अभिषेक झा ने बोला, "अब हम जनता की अदालत में हैं. पूरा जो तिरहुत क्षेत्र रहा है वो उर्वरक रहा है. ये सीट एनडीए की पारंपरिक सीट रही है. निश्चित रूप से मतदाता मालिकों का आशीर्वाद मिलेगा. कहीं कोई चुनौती नहीं है. हम जेडीयू के कार्यकर्ता हैं और हम इस पद्धति में विश्वास रखते हैं कि परीक्षा की तैयारी नहीं की जाती है बल्कि परीक्षा के लिए तैयार रहा जाता है.
आगे बोला, "हम सभी कार्यकर्ता साथी नेताओं के मार्गदर्शन में इस चुनावी मैदान में हैं जीत निश्चित रूप से मिलेगी." देवेश चंद्र ठाकुर का नाम लेते हुए बोला, "इनका मार्गदर्शन हर दिन मिलता है. इस सीटों पर उन्होंने लोगों के आशीर्वाद से इतने वक्त तक लोगों की सेवा की है. अब जब वे सांसद बन चुके हैं तो उनकी क्षत्रछाया में कार्य कर रहे हैं. उनका पूरा आशीर्वाद है." बता दें कि नामांकन प्रक्रिया 18 नवंबर तक चलेगी. 19 नवंबर को स्क्रूटनी और 21 नवंबर तक नाम वापसी की तारीख निर्धारित है. 5 दिसंबर को चुनाव होना है. तिरहुत स्नातक उपचुनाव में लगभग एक लाख 58 हजार 828 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.