रात के चलते उसकी सहायता के लिए शायद कोई नहीं रुका होगा तो वे खुद ही उतर गए.
घटनास्थल पर रुकते ही सांसद चिराग पासवान ने काफिले की एक गाड़ी में युवक को बैठाया. जख्मी शख्स के साथ चिराग ने अपने आदमी को भी भेजा. उन्होंने अपने लोगों से बोला कि सबसे पहले जख्मी व्यक्ति के मोबाइल से उनके घर का नंबर देखकर घर वालों को फोन करें और जो भी सबसे पहले अस्पताल में मिले उससे जख्मी को एडमिट कराएं. उन्होंने लोकल थाने को फोन करने के लिए कहा.
हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब चिराग पासवान ने इस तरह सड़क पर रुककर किसी जख्मी व्यक्ति की मदद की हो. इसके पहले भी वे राह चलते घायलों की सहायता कर चुके हैं. बीती रात हुई इस घटना में जब चिराग पासवान ने रुककर सहायता की तो कुछ लोग पीछे से बोलने लगे, "अगले मुख्यमंत्री चिराग भैया ही होंगे. कोई गाड़ी वाला या कोई दूसरा व्यक्ति यहां नहीं रुक रहा था, चिराग भैया किसी को देखकर मदद के लिए आ जाते हैं."