बिहार विधानपरिषद में विपक्ष और सरकार के बीच मंगलवार को तीखी नोकझोंक हुई. स्वास्थ्य मंत्री व कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने गांधी मैदान में फरियाने (डिबेट) की ये बड़ी चुनौती दी. बिहार में क्रेडिट पॉलिटिक्स जोरों पर है. इस बीच बिहार विधानमंडल की शीतकालीन सत्र में आज परिषद में नीतीश सरकार के मंत्री आरजेडी नेताओं से भिड़ गए.दरअसल, आरजेडी एमएलसी अजय कुमार ने बिहार के स्वास्थ व्यवस्था पर प्रश्न उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा. इसके अलावे बिहार विधान परिषद में आरजेडी एमएलसी अजय कुमार ने बोला कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग के मामले में फिसड्डी है और 17 वें स्थान पर है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने चुनौती दी और बोला कि एक दर्जन पैरामीटर पर बिहार नंबर वन पर है. गांधी मैदान में डिबेट करवा लीजिए.मंगल पांडेय ने बोला कि चार से पांच महीने के भीतर मैंने साढ़े सत्रह हजार पदों के लिए अधिसूचना भेज दिया.
आगे उन्होंने बोला कि तेजस्वी यादव ने 17 महीने में स्वास्थ्य में क्या कार्य किया?
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे तौर पर आरजेडी और तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए गांधी मैदान में इस मुद्दे पर जिक्र करने के लिए बोल दिया.कृषि मंत्री मंगल पांडे ने पटना के कृषि भवन से एक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिसमें बिहार के 15 जिलों के 40 फूल उत्पादक किसान पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के शैक्षणिक दौरे पर जा रहे हैं. उन्होंने आगे बोला कि 'हमारा, बिहार सरकार के कृषि विभाग का विजन है कि गेंदा के फूलों की ये सभी नई किस्में बिहार में भी उगाई जाएं. इसके लिए उत्तर और दक्षिण बिहार के 40 चुनिंदा किसानों को, जो अपने खेतों में गेंदा के फूल उगा रहे हैं और उससे कमाई कर रहे हैं, उन्हें पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले में प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है, जो फूलों की खेती के लिए जाना जाता है.'