जो व्यक्ति सरकार बचाता है वही व्यक्ति चिंतित होता है.
इस सरकार के लिए हमने अपना सब कुछ सौंप दिया था." आगे चेतन आनंद ने बोला, "जब नीतीश कुमार को फ्लोर टेस्ट में साबित करना था तब हम लोग आए. 1998 में जब अटल जी को एक वोट की आवश्यकता थी तो आनंद जी ने दिया. इमामगंज सीट पर उपचुनाव में क्यों गायब रहे प्रचार से चिराग पासवान? ये प्रश्न उनसे पूछ रहा हूं. अब तिलमिला कर रिएक्शन दे रहे हैं. आनंद मोहन ने एक प्रश्न पूछा था कि आप प्रचार में क्यों नहीं पहुंचे थे. उन्होंने हैसियत पूछी हमसे. हमें सामने से ललकारा."बता दें कि दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. एक तरफ चेतन आनंद ने प्रश्न उठाया है तो दूसरी ओर चिराग ने भी पलटवार करते हुए बड़ा बयान दे चुके हैं. चिराग ने बोला है कि वह (चेतन) हमारे एनडीए गठबंधन के नेता हैं? मैं यह जानना चाहता हूं. वे आरजेडी से विधानसभा चुनाव लड़े थे इसलिए विधिवत तौर पर एनडीए गठबंधन के साथी वह हैं या नहीं? वह एनडीए गठबंधन में हैं तो इस तरह की जिक्रबाजी उचित नहीं है.