यही तो ये लोग करते थे,
2017 के पहले. सीएम ने बोला कि आज कोई जाति, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है. इन बांटने वाले तत्वों में रावण और दुर्योधन का ही DNA काम कर रहा है.मुख्यमंत्री ने बोला कि अब ऐसे तत्व जानते हैं कि जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा वह राम नाम सत्य की तरफ चला जाएगा. अब कोई जबरन कानून हाथ में लेगा तो उसे मालूम है कि कानून उसको फांसी के फंदे तक लेकर चला जाएगा. कोई राह में किसी बहन-बेटी की इज्ज़त से खिलवाड़ करेगा तो उसे पता है कि यह रास्ता उसे दुर्योधन और दुशासन की गति प्रदान कर देगा. कोई दंगा कराकर पर्व और त्योहारों में खलल डालने का काम करेगा तो उसे भी अंजाम पता है. आज सरकार ने सबको बिना भेदभाव सुरक्षा, सम्मान, विकास और समृद्धि की गारंटी दे रखी है.सीएम योगी ने बोला कि सनातन धर्म और भारत एक-दूसरे के पूरक हैं. सनातन धर्म मजबूत होगा तो भारत मजबूत होगा और जब भारत मजबूत होगा तो सनातन धर्म मजबूत होगा. अगर इनमें से कोई एक भी कमजोर होता है तो मानकर चलिए दोनों कमजोर होते हैं. देश के दुश्मन जब कामयाब नहीं हो पा रहे हैं तो देश के अंदर विभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. अफवाह पैदा करने का कार्य कर रहे हैं. गाली-गलौज पर उतर रहे हैं. जैसे को तैसा जवाब देना ही पड़ेगा.उन्होंने हनुमान जी द्वारा लंका दहन करने के प्रसंग का रोचक अंदाज में उल्लेख करते हुए बोला कि आपलोग बजरंग बली बनिए. आदर्श राष्ट्रभक्त बनिए. एक रामभक्त ही सच्चा राष्ट्रभक्त हो सकता है. सच्चा राष्ट्रभक्त दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब देता है. जो देश का दुश्मन है, वह हमारा दुश्मन है. देश का दुश्मन कभी हमारा मित्र नहीं हो सकता. वनटांगियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना बेहद महत्वपूर्ण था ताकि समाज और देश विरोधी इन्हें भटकाने में कामयाब न होने पाएं.सीएम योगी के इस बयान पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने बोला कि योगी जी ठीक ही बोल रहे है जो बांटने और काटने की सियासत कर रहे हैं. दंगा फसाद उन्माद की राजनीति कर रहे हैं. भाई-भाई को लड़ाना चाह रहे हैं उनके भीतर तो दुर्योधन का रावण का दुशासन का ही डीएनए है.कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने बोला कि योगी जी से मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपका यह नारा क्या है. बटोगे तो काटोगे क्या है? क्या आप देश को नहीं बांट रहे हैं. आपकी क्या सियासत है. आप किसकी बात कर रहे हैं आप किसको बोल रहे हैं कि मत बटो किसको बोल रहे हैं कि कौन काटेगा. सच-सच बताइए इशारों में बात मत कीजिए.