और वही पहले महागठबंधन के पास 115 विधायक थे,जो घटकर अभी 112 विधायक हो चुके है.
तो वही सत्ता पक्ष एनडीए के 128 विधायक थे जो अब बढ़कर 131 विधायक हो गए हैं.वर्तमान में विधानसभा के 243 सीटों में से सत्ता पक्ष के बीजेपी के 80, जदयू के 46, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के 4 और निर्दलीय एक सुमित सिंह मिलाकर 131 हुए. तो वहीं महागठबंधन में आरजेडी के 77, कांग्रेस के 19, भाकपा माले के 11, भाकपा के 2, माकपा के 2 और एआईएमआईएम के एक विधायक मिलाकर कुल 112 विधायक विपक्ष में रह गए हैं.ऐसा माना जा रहा था कि शाहाबाद और मगध में बीजेपी और एनडीए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही थी, लेकिन इस उपचुनाव नतीजे के संकेत बता रहे हैं कि बीजेपी अब इन क्षेत्रों में भी पैर जमाने लगी है. ऐसा लगता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और एनडीए राज्य में महागठबंधन के लिए बड़ी चुनौती बन कर उभरेंगे. बता दें कि एनडीए प्रत्याशियों की जीत के बाद बिहार के बीजेपी नेताओं ने मतदाताओं और कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया और जीत का श्रेय केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन और कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को दिया है. पार्टी नेताओं ने एनडीए के सभी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी धन्यवाद दिया और उनकी जीत पर शुभकामनाएं दी है.