बिहार के पटना जिले में नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) में एक व्यक्ति के उपचार के क्रम में आज मृत्यु के बाद शनिवार सुबह उसकी एक आंख कथित तौर पर गायब पाई गई. वहीं, इस मामले में पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर ने बोला कि इल्जाम बहुत गंभीर है. इसकी छानबीन की जा रही है. प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. एक टीम गठित की गई है जो भी रिपोर्ट सामने आएगी. हमलोग उस पर कार्रवाई करेंगे.पुलिस के अधिकारी ने बताया कि नालंदा जिले के रहने वाले फंटूश कुमार (24) को अपराधियों ने गोली मार दी थी, जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल लाया गया था. पटना के आलमगंज थाना अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि व्यक्ति को गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया और परिजनों ने इल्जाम लगाया कि बीती रात्रि ही किसी ने मरीज की कथित तौर पर आंख को निकाल लिया. उन्होंने बताया कि लाश को देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि मृतक की आंख के साथ छेड़छाड़ कर उसे निकाला गया है.थानाध्यक्ष के मुताबिक, चिकित्सकों ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि यह चूहों ने किया है.
उन्होंने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है.
अधिकारी ने बताया कि कुमार को 14 नवंबर की रात अपराधियों ने गोली मार दी थी, जिसके बाद उसे जख्मी अवस्था में एनएमसीएच में भर्ती कराया गया. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के 36 घंटे बाद कुमार की 15 नवंबर को रात करीब नौ बजे मृत्यु हो गई और मौत के बाद उसकी बायीं आंख गायब थी जबकि अस्पताल में भर्ती किए जाने की समय उसकी दोनों आंखें थी.
मृतक के परिजनों ने इल्जाम लगाया कि शव की आंख निकाले जाने के बाद उसपर पट्टी बांध दी गई. अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की और बताया कि लाश का पोस्टमार्टम किए जाने के बाद आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.