ऐसे लोगों के विरुद्ध पहले भी कार्रवाई नहीं की गई है.
हर रोज ऐसे लोगों को बढ़ावा मिल रहा है, जिससे दंगाइयों की संख्या बढ़ गई है. उनका मनोबल भी बढ़ रहा है. यहां तक कि वे इस्लाम धर्म की शान में और पैगंबर की शान में भी तिरस्कार कर रहे हैं, लेकिन सरकार पहले भी चुप थी और अब भी चुप है. आगे तेजस्वी ने बोला, "बार-बार बोला जाता है कि जिस इलाके में तनाव फैल सकता है वहां से जुलूस नहीं जाने देना चाहिए, लेकिन यह जानबूझकर मुसलमानों और उनके साथ दुर्व्यवहार करने के लिए किया जाता है. धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया जाता है ताकि सांप्रदायिक दंगे भड़काए जा सकें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से मिली जमीन, प्रोत्साहन, प्रायोजन एवं आत्मविश्वास के बल पर आरएसएस और बीजेपी के लोग भागलपुर में मस्जिद पर चढ़कर झंडा लहरा रहे हैं. अब प्रदेशवासी बोल रहे हैं कि अस्वस्थ अवस्था के वजह से नीतीश कुमार जी आरएसएस से भी अधिक खतरनाक हो चुके हैं."बता दें कि इस घटना में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. भागलपुर पुलिस की तरफ से रविवार (03 नवंबर) को इस संबंध में खबर दी गई है. लिखा गया कि, "भागलपुर पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसमें एक शख्स ललमटिया थाना अंतर्गत टमटम चौक के समीप धार्मिक स्थान पर झंडा लहरा रहा है. इस संबंध में ललमटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है."