गौरव के भगीना की शनिवार को छठी थी.
जिसके वजह से उसका परिवार चुप रह गया. रात 11. 30 बजे छठी का भोज समाप्त होने के बाद दोनों पक्षों में फिर से गाली-गलौज के बाद हाथापाई होने लगी. दोनों अपने-अपने घर से निकलकर आ गए और एक-दूसरे पर आक्रमण करना शुरू कर दिया. दोनों पक्षों ने आधा दर्जन से अधिक गोली चलाई. जिससे रात के अंधेरे में गांव गोलियों की आवाज से रह-रहकर गूंजता रहा.ग्रामीणों ने बताया कि 15 वर्ष पहले भी दोनों पक्ष में जमीन विवाद को ही लेकर गोलीबारी हुई थी. दोनों पक्ष ने एक दूसरे पर चाकू से भी आक्रमण किया था. जिसमें चाकू लगने से विनय सिंह और दिलीप सिंह की मृत्यु हो गई थी. इस बार जमीन के सर्वे की प्रक्रिया शुरू होने के बाद दोनों पक्ष में एक बार फिर तनाव गहरा गया था. जिसका नतीजा बीती रात गोलीबारी के रूप में सामने आया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष गौरव प्रसाद ने बताया कि घटना की सूचना होने के बाद पुलिस गांव गई थी. जहां मृतकों के लाशों को कब्जे में लेकर रात में ही पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. तनाव को देखते हुए पुलिस गांव में ही कैंप कर रही है. घटना को लेकर आगे की कारवाई की जा रही है.