सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां मंगलवार को बघला वार्ड नंबर 9 में रेलवे के निर्माणाधीन पुल के पास खेलने और बकरी चराने के क्रम में 21 बच्चों ने गलती से रतनजोत (बघनडी) के जहरीले बीज खा लिया. कुछ घंटों बाद बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी, जिसके बाद परिवार वाले उन्हें त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे.बच्चों के परिजनों ने बताया कि स्कूल से लौटने के बाद बच्चे खेलते और बकरियां चराते हैं. उसी समय रतनजोत के बीज को बादाम समझकर खा गए. शाम करीब 8:30 बजे उनकी तबीयत बिगड़नी शुरू हुई. सभी बच्चों की उम्र 4 से 12 वर्ष के बीच है. वहीं त्रिवेणीगंज के अनुमंडलीय अस्पताल में उपचार कर रहे डॉक्टर सूर्य किशोर मेहता ने बताया कि बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के साथ रात 9 बजे अस्पताल लाया गया.
सभी का तुरंत इलाज शुरू किया गया.
राहत की बात यह है कि अब सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. डॉक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि रतनजोत का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में सीमित मात्रा में किया जाता है. ज्यादा मात्रा में इसके सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है. यह पौधा आमतौर पर जंगलों और सड़क किनारे पाया जाता है. इसके बीज का प्रयोग आयुर्वेदिक दवाओं में होता है, लेकिन गलत मात्रा में इसका सेवन जहरीला साबित हो सकता है. वहीं इस घटना ने बच्चों की सुरक्षा और स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत पर जोर दिया है. अधिकारियों से अनुरोध है कि गई है इस तरह के जहरीले पौधों की पहचान और सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाई जाए.