इसके बाद पुलिस ने आरोपी अभिषेक को उसके घर से उठाकर पूछताछ की.
अभिषेक ने पवन मंडल के इशारे पर पूरी घटना की प्लानिंग की बात स्वीकार की. शूटर को कहां भेजना है, पैसे देने, गाड़ी और हथियारों को ठिकाने लगाने की सारी प्लानिंग अभिषेक ने ही की थी. पुलिस ने अमरजीत उर्फ डेविड और सनी उर्फ भानु को भी फरदा गांव से ही गिरफ्तार किया है. इन सभी को अभिषेक ने हत्याकांड में सम्मिलित किया गया था. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है.मुंगेर एसपी ने बताया कि इस घटना में करीब 12 लाख रुपये में डील हुई थी, जिसे शूटर के अलावा बाइक खरीदने रेकी करने में लगाया गया था. एसपी ने बताया कि इसमें मुख्य दोषी अभिषेक ही है, जिसने इस पूरे घटना को प्लानिंग के तहत अंजाम तक पहुंचाया. उन्होंने बताया कि पुलिस को घटना के बाद से ही अभिषेक पर शक था, लेकिन सबूत नहीं होने की वजह से पुलिस निरंतर उसकी गतिविधि पर निगरानी रख रही थी.उन्होंने बताया कि अभिषेक के पास से 2 मोबाइल भी बरामद किए गए है, जिससे घटना की पूरी प्लानिंग के क्रम में पवन मंडल से बात कर की गई थी. एसपी ने बोला कि इस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा. बता दें कि पत्रकार अभिषेक कुमार मुंगेर से एक निजी न्यूज चैनल के लिए काम करता था. उसने नमस्ते बिहार के नाम से अपना यूट्यूब चैनल भी बनाया था, जिसके माध्यम से उसने अपराधियों और पुलिस अधिकारियों से पहचान बनाई थी.