सुपौल के मरौना थाना क्षेत्र के गम्हरिया गांव निवासी और भारतीय सेना के वीर सपूत संजीव भंडारी सोमवार (02 दिसंबर) की शाम पंचतत्व में विलीन हो गए. शहीद की अंतिम विदाई के क्रम में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ गई. पत्नी मधु कुमारी ने शहीद जवान को मुखाग्नि दी. इस क्रम में उनका एक वर्ष का मासूम बेटा सब कुछ टुक-टुक देखता रहा. पत्नी और परिवार के लोग बेसुध थे.हिमाचल प्रदेश के चीन बॉर्डर के समदु पहाड़ पर तैनात संजीव भंडारी ड्यूटी के क्रम में 30 नवंबर को खाई में गिर गए थे. इसके बाद शहीद जवान के पार्थिव शरीर को एयर एंबुलेंस से पटना लाया गया. यहां से भारतीय सेना के वाहन से उनके गांव गम्हरिया लाया गया. रास्ते में भुतहा चौक से ही लोगों की भीड़ जुट गई. सभी अंतिम दर्शन करना चाहते थे. इस क्रम में 'भारत माता की जय' और 'शहीद संजीव अमर रहें' का नारा गूंजता रहा.
बताया जाता है कि 26 वर्षीय संजीव भंडारी 2018 में ही सेना में भर्ती हुए थे.
इस तरह एकाएक जाना परिवार के लिए सदमा भरा है. उनके पिता विजय भंडारी गृह रक्षक वाहिनी में सिपाही हैं. बेटे की शहादत की खबर से परिवार में शोक में डूबा है. उनकी मां राम देवी और पत्नी मधु कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. गांव के लोगों ने संजीव की शहादत को नमन करते हुए उनके नाम पर अस्पताल और स्कूल का निर्माण कराने की मांग की है. बता दे कि
उधर, अंतिम संस्कार के मौके पर सुपौल के एडीएम राशिद कलीम अंसारी, निर्मली एसडीएम संजय कुमार, एसडीपीओ राजू रंजन समेत कई प्रशासनिक अधिकारी और सेना के जवान मौजूद रहे. जेडीयू के जिलाध्यक्ष और अन्य स्थानीय नेताओं ने भी शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की. गांव ने सरकार से शहीद परिवार को हर मुमकिन सहायता करने की अपील की है.