संविधान के शिल्पकार के प्रति ऐसी घृणित सोच BJP और RSS की पाठशाला से ही पनपती है."
आगे तेजस्वी यादव ने लिखा, "देश के 100 करोड़ से अधिक वंचित, उपेक्षित, उत्पीड़ित, शोषित, उपहासित, दलित, पिछड़े, गरीब, अल्पसंख्यक एवं समता, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, बन्धुता और संविधान में यकीन रखने वाले न्यायप्रिय लोगों के लिए बाबा साहेब आंबेडकर भगवान से भी कम भी नहीं हैं. बाबा साहेब ने करोड़ों लोगों को नारकीय जीवन से छुटकारा दिलाकर इसी जीवन में जीते-जी ही मोक्ष प्रदान कर दिया." अब तेजस्वी यादव ने अमित शाह की तरफ से दिए गए इस बयान की ना सिर्फ बुराई की है बल्कि बोला है कि इसके लिए गृह मंत्री माफी मांगें. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने एक्स पर अंत में लिखा कि, "संविधान निर्माता के प्रति मा. गृह मंत्री की ऐसी संकीर्ण सोच की हम निंदा तथा माफी की मांग करते हैं." अमित शाह के इस बयान पर उधर कांग्रेस के नेताओं ने भी आक्रमण बोला है. पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी विरोध जताया है.