काजल थिएटर के साथ भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के साथ एल्बम में काम कर चुकी हैं.
मूल रूप से यूपी के बिजनौर जिले की रहने वाली काजल ने एबीपी न्यूज़ से बोला कि उनके पिता इस दुनिया में नहीं हैं. पिता के देहांत के बाद चाचा ने उन्हें घर से निकाल दिया. इसके बाद वे अपनी मां और भाई-बहन के साथ दिल्ली चली गईं. मां की तबीयत लगातार खराब रहती थी. आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. कभी मकान मालिक बेइज्जत करने लगता था तो कभी घर का सारा सामान तक फेंक दिया जाता था.काजल ने बोला, "मुझे जानकारी नहीं थी कि थिएटर क्या होता हैं. यहां आकर देखी कि लड़कियां छोटे-छोटे कपड़े पहनती हैं. मुझे बुरा लगता था. छोटे कपड़े पहनने में मुझे शर्म आती थी. जोर-जबरदस्ती कर कपड़ा पहनाया जाता था. दिन भर खाने को नहीं मिलता था. बाद में धीरे-धीरे आदत हो गई. आजमगढ़ से थिएटर में पहली बार काम मिला. मैं थिएटर के माहौल में ढलने लगी. अब भोजपुरी भाषा हमने सीख ली है."थिएटर में कामकाज को लेकर काजल ने बताया कि उन्हें कई बार लगा कि वे थिएटर छोड़कर भाग जाएं, लेकिन हिम्मत नहीं हो पा रही थी. मुझे रास्ते याद नहीं थे. ताले बंद रहते थे. डांस के क्रम में दर्शक गंदे-गंदे इशारे करते हैं. इनाम देने के बहाने बैड टच करते हैं. इन सब चीजों से मुझे बहुत बुरा लगता था लेकिन इसी थिएटर से कुछ पैसा मिल जाता था जिससे मेरा परिवार चलता है. थिएटर के पैसों से भाई-बहन को पढ़ाया. मजबूरी में मुझे अपनी छोटी बहन की शादी बचपन में ही करनी पड़ी थी.इस बीच सुंदरता के वजह से काजल का वीडियो इतना वायरल हुआ कि उन्हें भोजपुरी से ऑफर आने लगा. उन्होंने कई एल्बम में काम किया है. कुछ दिन पहले ही उनका भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के साथ गाना आया है जिसका नाम 'मोहर नईहर के' है. उनकी बात नीलकमल सिंह के साथ एक प्रोजेक्ट के लिए भी चल रहा है. काजल ने बोला, "अब मेरी पूरी लाइफ बहुत अच्छी हो गई है. हमने अपना घर बना लिया है. दिल्ली में फ्लैट खरीद लिया है."
फिल्म निर्देशक करण जौहर की तरफ से भी ऑफर मिलने की खबर है. इस पर काजल ने बताया कि तीन-चार महीने पहले उनकी मुलाकात करण जौहर से हुई है. सोनपुर मेले में थिएटर का कार्य जल्द समाप्त होने के बाद वे फिर से मिलने जाएंगी. दो महीने के बाद से फिल्म की शूटिंग भी शुरू होगी.