भारतीय बाजार में किसी भी दूसरे देश की कैंसर वैक्सीन लाने से पहले क्लीनिकल ट्रायल होना जरूरी है. सफल परीक्षण के बाद ही हरी झंडी दी जाएगी. ये प्रक्रिया सभी देशों की वैक्सीन के साथ अपनाई जाएगी. दुनिया के तीसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश भारत में भी इस कैंसर वैक्सीन को उतारने से पहले सुरक्षा के लिहाज से इसके असर को आंका जाएगा. अगर रूस की वैक्सीन सफल होती है, तो बारीकी से ये देखना होगा कि ये सुरक्षित और प्रभावी है. इस वैक्सीन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होने चाहिए. अगर ये वैक्सीन सही साबित होती है तो भारत के पास बड़ी मात्रा में इसके निर्माण की क्षमता है.आपको बता दे कीरूस ने बनाई कैंसर की वैक्सीन पुतिन सरकार ने कहा 2025 से नागरिकों को मुफ्त लगाएंगे बोले यह सदी की सबसे बड़ी खोज की पूरी दुनिया कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से परेशान है। इस बीच रूस ने इस बीमारी के समाधान के लिए एक बड़ा एलान किया है, रूस ने कहा कि उसने कैंसर की वैक्सीन बना ली, जो सभी नागरिकों के लिए फ्री में उपलब्ध होगी।सरकारी मीडिया के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के प्रमुख एंड्री काप्रिन ने कहा कि शॉट 2025 की शुरुआत में लॉन्च होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने कैंसर के खिलाफ अपनी खुद की mRNA वैक्सीन विकसित की है।रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने एलान किया है उसने कैंसर के खिलाफ एक टीका विकसित किया है जिसे 2025 की शुरुआत से रूस के कैंसर रोगियों को फ्री में लगाया जाएगा।