सुपौल में अपने दौरे के क्रम में रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर तीखे आक्रमण किए. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार योजनाओं की घोषणा करने से पहले जमीनी हकीकत का अध्ययन करती है. तेजस्वी ने बोला, "हमने जो वादे किए थे, उन्हें उपमुख्यमंत्री रहते हुए पूरा किया. नीतीश कुमार जो बोलते थे कि पैसा अपने बाप के घर से लाएगा, उन्हीं से हमने नियुक्ति पत्र बंटवाए, खास तौर पर सरकारी नौकरियों के वादों को पूरा किया."तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राज्य यात्रा को "फिजूलखर्ची" करार दिया. उन्होंने बोला कि इस यात्रा का मकसद केवल प्रचार है, इससे जनता को कोई लाभ नहीं हो रहा. जो धन इस यात्रा पर खर्च हो रहा है, उसे जनता के कल्याण में लगाना चाहिए था. महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर तेजस्वी ने 'माई बहन मान योजना' को एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने बोला कि उनकी पार्टी महिला सशक्तिकरण और युवाओं के हित में निरंतर कार्य कर रही है और आगे भी करेगी.उन्होंने सत्तारूढ़ नेताओं पर कटाक्ष करते हुए बोला कि जो थाली पीटने वाले ओर टेपरिकॉर्डर वाले नेता से नहीं मुख्यमंत्री इस योजना पर जबाब दे ये संभव है या नहीं.
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए बोला,
"नीतीश कुमार की उम्र भले ही बढ़ गई हो, लेकिन उनकी योजनाएं और घोषणाएं अभी भी अधूरी और अपरिपक्व हैं. इतने पुल पुलिया गिरे. सभी परीक्षा का पेपर लीक होता है. किसी पर आज तक जांच पूरी हुई, उन्होंने जनता से आह्वान किया कि ऐसी सरकार को बदलने के लिए वे आगे आएं. तेजस्वी यादव ने रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा. उन्होंने बोला कि उनकी पार्टी जनता की समस्याओं को समझकर उनका स्थायी समाधान देने की नीति पर कार्य कर रही है.