तेजस्वी ने बोला कि कई ऐसे छात्र हैं जिनकी इस परीक्षा के बाद उम्र सीमा निकल जाएगी.
इसके बाद उन्हें नहीं पता कि सरकारी नौकरी मिल पाएगी या नहीं. लेकिन जब हम सरकार में थे तो विज्ञप्ति निकाली गई और 3 महीने के भीतर परीक्षा हुई हम लोगों ने गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र भी बांटे. हमारी सरकार में बिना पेपर लीक के नियुक्तिया हुई. उन्होंने बोला कि हम चाहते हैं कि बिना पेपर लीक के परीक्षा हो लेकिन हमारे सीएम होश में नहीं है. मुख्यमंत्री हर एक मुद्दे पर चुप है, खामोश है. RJD नेता ने आगे बोला कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा पर निकल रहे है,लेकिन उन्हें सबसे पहले छात्र-छात्राओं से मिलने चाहिए था. उसकी समस्याओं का निदान करना चाहिए था. हमने नॉर्मलाइजेशन की अफवाह पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भी लिखी थी, लेकिन बीपीएससी ने छात्रों पर लाठी-डंडे चलने के बाद बताया कि नॉर्मलाइजेशन की बात अफवाह है. जबकि छात्र जब 10 दिन तक सड़कों पर आंदोलन कर रहे थे बीपीएससी को तभी क्लेरिफाई करना चाहिए था. तेजस्वी ने बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री को निक्कमा बताया है. उन्होंने बोला कि सरकार विपक्ष पर इल्जाम लगाकर अपनी गलतियों को छुपाने का कार्य कर रही है. एक बार नहीं बार-बार पेपर लीक हो रहा है फिर भी जांच क्यों नहीं हो रही और किसी अधिकारी पर कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही. तेजस्वी यादव ने साफ शब्दों में बोला कि पूरी परीक्षा रद्द हो और फिर से परीक्षा ली जाए. उन्होंने बोला कि हम लोगों के दबाव में आकर ही बीपीएससी को बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करना पड़ता है. लेकिन न्याय तो बीपीएससी के अध्यक्ष के हटने के बाद ही होगा. तेजस्वी ने धरना दे रहे अभ्यर्थियों से बोला आप लोग डटे रहिए. उन्होंने बोला कि बीजेपी वाले इल्जाम लगाते हैं कि आरजेडी ने पेपर लीक करवाया है. लेकिन कान खोलकर सुन लीजिए की 17 महीने में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ और आज जो बहाली हो रही है तेजस्वी नहीं होता तो वो भी नहीं होती. तेजस्वी बोला कि जो बिहार में एनडीए की सरकार राजद पर पेपर लीक का इल्जाम लगा रही है उसे सबूत दिखाना चाहिए फिर चाहे मेरी गिरफ्तारी कर लिजिए. सीबीआई और जांच एजेंसिया तो आपकी है.