आखिर वंशीधर ब्रजवासी ने ठाकुर की सीट पर कब्जा कर ही लिया.
वंशीधर जी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं. अब देवेश जी और ललन बाबू, आप दोनों पता करिए कि आपके उम्मीदवार को किस किसने वोट नहीं दिया. बयान मत दीजिएगा, लेकिन पता अवश्य कर लीजिए."बता दें कि ऐसे तो विधान परिषद के स्नातक, शिक्षक या स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार के नतीजे से सरकार पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है. हालांकि फिर भी इससे बहुत कुछ पता चलता है. तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में सत्तारूढ़ और विपक्ष-दोनों गठबंधन के उम्मीदवार थे, लेकिन जीत निर्दलीय की हुई. सोमवार (09 दिसंबर) को वोटों की गिनती शुरू हुई और मंगलवार (10 दिसंबर) की शाम में फाइनल परिणाम आया.अंतिम राउंड में जन सुराज के उम्मीदवार डॉ. विनायक गौतम एलिमिनेट हुए. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी वंशीधर ब्रजवासी को 27,774 वोट मिले. वंशीधर ब्रजवासी की जीत के बाद निरंतर उन्हें बधाई मिल रही है. विधान परिषद के तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र पर बीते चार चुनावों से जेडीयू का कब्जा था, लेकिन परिणाम आने के बाद पता चला कि इस पार्टी के प्रत्याशी अभिषेक झा को दूसरा या तीसरा नहीं बल्कि चौथा स्थान मिला है.