जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के आमरण अनशन का शुक्रवार (3 दिसंबर) को दूसरा दिन है. वे पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के सामने अनशन पर बैठे हुए हैं.और वहीं उनके समर्थक व अभ्यर्थी साथ हैं खूब जमकर नारेबाजी हो रही है. एबीपी न्यूज से बातचीत के क्रम में प्रशांत किशोर ने बोला कि मैं FIR से डरने वाला नहीं हूं मैंने नियम कानून नहीं तोड़ा है. शांतिपूर्वक अनशन पर हूं. इसके लिए प्रशासन से अनुमति की आवश्यकता नहीं है. जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, अनशन पर बैठे रहेंगे. गर्दनीबाग धरनास्थल नहीं जाएंगे.प्रशांत किशोर ने बोला कि BPSC 70वीं पीटी परीक्षा रद्द हो, रि-एग्जाम हो. डोमिसाइल नीति लागू हो. एक के बाद एक अलग-अलग परीक्षाओं का पेपर लीक हो रहा है. आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो. सीएम खुद बताए कि BPSC के मसले पर चुप क्यों हैं?वहीं प्रशांत किशोर के पास धरने पर बैठे BPSC अभ्यर्थियों का बोलना है कि पूरी परीक्षा रद्द होनी चाहिए. प्रशांत किशोर पर FIR दर्ज कर हमारी आवाज दबाने की कोशिश की गई है. हम लोगों को डराया नहीं जा सकता. जब तक पूरी परीक्षा रद्द नहीं होगी, अनशन जारी रहेगा. बिहार के सबसे बड़े परीक्षा केंद्र बापू सेंटर की परीक्षा रद्द की गई थी उस सेंटर की परीक्षा कल दोबारा होगी. 12000 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे. 22 सेंटर बनाए गए हैं. जब 22 सेंटर पर परीक्षा हो सकती है तो पूरे बिहार में क्यों नहीं, BPSC ही गड़बड़ी करा रहा है.बता दें प्रशांत किशोर के विरुद्ध गांधी मैदान थाने में FIR दर्ज की गई है.पटना जिला प्रशासन ने गुरुवार रात नोटिस जारी किया था. इस नोटिस में उनको गांधी मैदान खाली करने की बात बोली गई थी. गांधी मैदान खाली न करने की स्थिति में प्रशासन ने उन पर मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी थी. प्रशासन ने इस पूरे प्रोग्राम को अवैध बताते हुए बोला कि आप लोग गर्दनीबाग धरनास्थल पर चले जाइये.वहीं जनसुराज के सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा गया है कि 5 मांगों के साथ दूसरे दिन का आमरण अनशन जारी.
जिसमें ये पांच मांगे बताई गई हैं.
• 70वीं बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और पुनर्परीक्षा कराई जाए
• 2015 में 7 निश्चय के तहत किए वादे के अनुकूल 18 से 35 वर्ष के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए
• पिछले 10 सालों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितताओं और पेपर लीक की जांच एवं आरोपियों पर की गई कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी किया जाए
• लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठीतंत्र बनाने वाले आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए
• बिहार की सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाए.