जब तक बिहार के लोग जगेंगे नहीं सुधार होगा नहीं.
लोगों को ये समझना होगा कि जनबल के आगे कोई बल नहीं है लेकिन जनबल तब होगा जब आप घर से निकलेंगे अपने और बच्चों के लिए खड़े होंगे. वरना पांच वर्ष बैठकर रोते रहिए, बच्चों के पेपर लीक होते रहेंगे नौकरी नहीं मिलेगी. पढ़ाई नहीं होगी, रोजगार नहीं होगा, भ्रष्टाचार होगा. आप (जनता) उन्हीं नेताओं को जाति-धर्म और 5 किलो अनाज के नाम पर वोट देते रहिए तो इससे कभी बाहर नहीं निकल पाएंगे.जन सुराज संस्थापक ने बोला कि बिहार में परिवर्तन चाहिए तो सबको खड़ा होना पड़ेगा. अपनी और से हम बैठे हुए हैं आपको अपने स्तर पर खड़ा होना पड़ेगा. आवाज उठाना जरूरी है. सीएम नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा पर निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर ने बोला कि जब बिहार का सब युवा आंदोलन कर रहे हैं मुख्यमंत्री से मिलने के लिए टाइम मांग कर रहे हैं. वे (सीएम नीतीश) पांच मिनट के लिए इन बच्चों से मिल नहीं सकते तो यात्रा करने का क्या फायदा.