साथ में बैठे हजारों युवाओं को अज्ञात जगह पर ले गई.
"जन सुराज के एक्स अकाउंट एक और पोस्ट में लिखा गया, "पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर अनशन तुड़वाने का प्रयास किया. अनशन तुड़वाने में असफल होने पर प्रशासन, प्रशांत किशोर को नए जगह पर ले जाने की कोशिश कर रही है. एम्स के बाहर प्रशांत किशोर को देखने उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया."बता दें कि बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना में दो जगहों पर (गर्दनीबाग और गांधी मैदान में) आंदोलन चल रहा है. गर्दनीबाग में भी अभ्यर्थी आंदोलन पर बैठे हैं. वहीं छात्रों के समर्थन में ही प्रशांत किशोर आमरण अनशन पर बैठे थे. प्रशासन की ओर से साफ तौर पर बोला गया था कि गर्दनीबाग के आंदोलन से कोई आपत्ति नहीं है लेकिन गांधी मैदान से प्रशांत किशोर को हटाना पड़ेगा, जिसको लेकर उन्हें नोटिस भी दिया गया था. इसके बावजूद प्रशांत किशोर वहां से नहीं हटे तो सोमवार की अल सुबह पुलिस उन्हें जबरदस्ती उठाकर ले गई.