'बगहा में रेलवे का पुल गायब' : बगहा में रेल दोहरीकरण कार्य चल रहा है. इसी क्रम में रेलवे का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि रेलवे ने पुल संख्या 350 को नक्शे से ही गायब कर दिया है, पुल की मिट्टी से भराई कर दी है. जिसको लेकर किसानों में नाराजगी है. उन्होंने गायब पुल को वापस लाने और इसके निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है.
किसानों ने की पुल की डिमांड
ग्रामीण नाराज : बताया जा रहा है कि पुल संख्या 350 को खत्म कर देने से दर्जनों गांवों की सिंचाई प्रभावित हो रही है. किसानों का कहना है कि इस पुल से होकर कई गांवों में पटवन का पानी जाता था. लेकिन रेल दोहरीकरण कार्य के दौरान रेलवे विभाग ने इस पुल को तोड़ कर वहां मिट्टी भराई कर दी. जिसके बाद सिंचाई का पानी एक तरफ आकर रुक जा रहा है. लिहाजा सैकड़ों किसानों के खेत जलमग्न हो जा रहे हैं और फसलें सड़ गल कर बर्बाद हो जा रही हैं.
"रेल लाइन दोरहीकरण के दौरान पुल संख्या 350 को रेलवे ने नक्शे से गायब कर दिया है.* इसके वजह से रेल लाइन के दोनों ओर पानी लग रहा है.जिससे हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो रही है. हम रेलवे से मांग करते हैं कि पुल संख्या 349 और 351 की तरह 350 को यथावत रहने दे."- छोटे श्रीवास्तव, किसान
बगहा में रेलवे का पुल गायब
सिंचाई प्रभावित होने से पुल की मांग : वहीं पुल के दूसरी तरफ पानी नहीं जाने से कई गांवों में सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंच पा रहा है. नतीजतन किसानों की फसलें या तो सूख जा रहीं हैं अथवा पंप सेट से पानी पटाना पड़ रहा है. किसानों की मांग है कि रेल विभाग जिस तरह पुल संख्या 349 और 351 का निर्माण कर रहा है, ठीक उसी तरह 350 को भी बनवाए. ताकि सिंचाई की व्यवस्था प्रभावित न हो.
एसडीओ ने दिया आश्वासन : किसानों द्वारा प्रदर्शन करने की सूचना पर सिंचाई विभाग के एसडीओ सालिक फरीद मौके पर पहुंचे. उन्होंने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि इस बाबत डीआरएम या रेलवे के वरीय अधिकारियों से बात कर मामले का निदान निकाला जाएगा.
''यह मामला काफी पुराना है.पहले भी इस बारे में रेलवे को सूचित किया गया था. उन्होंने पुल निर्माण की हामी भी भरी थी. लेकिन अब इस पुल को ही गायब कर दिया गया है. हमलोग वरीय अधिकारियों से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे.''- सालिक फरीद, SDO, सिंचाई विभाग, बगहा