आरोपी हेडमास्टर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
बताया जाता है कि मिडिल स्कूल रामचंद्रपुर में कार्यरत कुछ नियमित शिक्षकों की संपत्ति का ब्योरा शिक्षा विभाग को भेजना था. इसके लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक संजीव शंकर प्रसाद ने सभी शिक्षकों से बोला था कि पांच-पांच सौ देने होंगे. शिक्षकों ने मना कर दिया. इस बात को लेकर प्रधानाध्यापक और शिक्षकों में काफी बहस हुई. इसका वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में दिख रहा है कि कैसे बहस होने के बाद कुर्सी से उठकर प्रधानाध्यापक संजीव शंकर चले जाते हैं और कार्यालय का दरवाजा बंद कर देते हैं. कमरे में बंद शिक्षकों ने घटना का विडियो बनाया और डीपीओ को भेज दिया.इस पूरे मामले में शिक्षा विभाग के स्थापना के डीपीओ मो. जमालुद्दीन ने बताया कि हेडमास्टर संजीव कुमार पर पहले भी कई गंभीर इल्जाम लगे हैं. इस मामले में थावे के बीईओ को जांच का निर्देश दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी.