डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी भी स्व. सुशील कुमार मोदी की जयंती पर श्रद्धांजलि देने आए. उनके अलावा मंत्री मंगल पांडेय व प्रदेश बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता और समाजसेवी भी श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे.
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण सिंह कल्लू की ओर से स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी की जयंती पर बिहार के चौक-चौराहों पर पोस्टर लगवाए गए हैं. जिसमें उन्होंने पीएम मोदी से स्वर्गीय सुशील कुमार मोदी को भारत रत्न दिन जाने की मांग की है.
उन्होंने बोला है कि सुशील कुमार मोदी का देश की राजनीतिक में अहम योगदान है.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का 72 साल की आयु में पिछले वर्ष 13 मई को देहांत हो गया था. वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे. सुशील कुमार मोदी ने बिहार की सियासत में एक अलग पहचान बनाई थी. 5 जनवरी 1952 को सुशील मोदी का जन्म हुआ था. उन्होंने छात्र नेता के रूप में सियासत में कदम रखा था. उन्हें जेपी आंदोलन की उपज माना जाता है. 1971 में सुशील मोदी ने छात्र राजनीति की शुरुआत की. वे पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ की पांच सदस्यीय कैबिनेट के सदस्य भी रहे थे. 1973 में वे महामंत्री चुने गए थे. करीब 30 वर्ष के राजनीतिक जीवन में सुशील कुमार मोदी विधायक, एमएलसी और लोकसभा और राज्यसभा सांसद रहे. इसके अलावा 2005 से 2023 और 2017 से 2020 तक वे बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे.