आध्यात्मिक जगत में आचार्य किशोर कुणाल की उपलब्धियों का जिक्र भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने शोक खत में किया है.
प्रधानमंत्री ने लिखा है कि अध्यात्म में विशेष रूचि रखने वाले आचार्य किशोर कुणाल द्वारा किए गए कामों से लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आए. सामाजिक समरसता के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयास उल्लेखनीय हैं. उनका देहांत समाज के लिए अपूरणीय क्षति है.प्रधानमंत्री ने आचार्य किशोर कुणाल के शोक संतप्त परिवार का ढांढस बांधते हुए लिखा है कि इस कठिन समय में उनकी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं. आचार्य किशोर कुणाल सशरीर इस संसार में नहीं हैं, लेकिन उनसे मिली शिक्षा एवं संस्कार परिवार का मार्गदर्शन करते रहेंगे.बता दें कि पूर्व आईपीएस अधिकारी व बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष किशोर कुणाल का 29 दिसंबर को देहांत हो गया था. घर में दिल का दौरा पड़ने के बाद किशोर कुणाल को महावीर वात्सल्य अस्पताल लाया गया था. जहां उन्हें बचाया नहीं जा सका. आईपीएस अधिकारी के पद से रिटायर होने के बाद आचार्य किशोर कुणाल सामाजिक कामों से जुड़ गए थे. वर्तमान में वे महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव पद पर भी थे.