उनसे जब पूछा गया कि क्या 40 सीटें नहीं मिलने पर आप कैबिनेट से त्यागपत्र दे देंगे,
इसपर मांझी ने बोला, "ऐसा आपसे किसने कहा, कोई नाराजगी नहीं." उनसे पूछा गया कि दिल्ली में आपको सीट नहीं मिली, इससे नाराज हैं? इसपर मांझी ने बोला कि ऐसा कुछ नहीं है. हमें इतना बड़ा पद मिला हुआ है ये कोई मामूली बात है. दिल्ली में हमारा एनडीए को पूरा सपोर्ट रहेगा. दरअसल, मुंगेर की जनसभा में जीतन राम मांझी की झारखंड और दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीट न मिलने पर नाराजगी दिखाई दी. उन्होंने बोला कि झारखंड में हमको सीट नहीं मिली, ठीक है नहीं मांगी तो नहीं मिली. दिल्ली में भी सीट नहीं मिली, हमने सीट नहीं मांगी तो नहीं मिली. लेकिन, ये कोई न्याय है क्या? हमारा कोई अस्तित्व नहीं है. जब हमारे प्रोग्रामों में भीड़ आ रही है, वोटर हमें वोट देने को तैयार हैं तो फिर सीट क्यों नहीं मिली. हम फरियाना नहीं चाहते, लेकिन जो हमारा वजूद है उसके आधार पर सीट दो. इससे हमको कोई फायदा नहीं है. हम आपके (लोगों) के फायदे के लिए बोल रहे हैं, लगता है हमें कैबिनेट छोड़ना पड़ेगा.