7 दिनों के भीतर उन्हें नोटिस का जवाब देने और इल्जाम सिद्ध करने के लिए कहा गया है.
अन्यथा उनके ऊपर आयोग कानूनी कार्रवाई करेगा. बता दें कि पटना के गांधी मैदान से प्रशांत किशोर ने 2 जनवरी को आमरण अनशन की शुरुआत की थी. 6 जनवरी को पटना पुलिस ने उन्हें सुबह 4 बजे के लगभग गिरफ्तार कर लिया. इसी दिन देर शाम सिविल कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी. जमानत के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने ऐलान किया कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. इसके बाद 7 जनवरी को तबीयत बिगड़ने के बाद प्रशांत किशोर को अस्पताल में भर्ती कराया गया. तब से वे अस्पताल में ही भर्ती हैं. इस क्रम में उनका आमरण अनशन भी जारी है. जन सुराज की ओर से BPSC की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई. जिसे कोर्ट ने मंजूर भी कर लिया है. इसपर 15 जनवरी को सुनवाई होनी है.