प्रशांत किशोर ने बोला मैं यहां बैठा हूं कहां कोई लाठी चला रहा है.
किसान जब सड़क पर बैठे तो केंद्र सरकार को भी कानून वापस लेना पड़ा, लेकिन उसमें डेढ़ वर्ष लग गया. प्रशांत किशोर ने बोला कि सरकार को घेरते हुए बोला कि आप गिरफ्तार करना चाहते हो कर लो, लेकिन आपके पास कोई ऐसा कानून नहीं है कि हमें जेल में रख लो, मैं वापस आकर बैठ जाऊंगा. जनताबल से बड़ा बल दुनिया में कोई नहीं है. जिस गांधी मैदान में आने के लिए एफआईआर हुआ था, उसी गांधी मैदान में मैं तीन दिन से बैठा हूं. हमारी सरकार है, हमारी बात कैसे नहीं सुनेगी. अगर नहीं सुनेगी तो सुनाने का उपाय किया जाएगा. वहीं, आज (4 जनवरी) होने वाले BPSC के री-एग्जाम को लेकर जन सुराज संस्थापक ने बोला कि परीक्षा 15 हजार बच्चों की है जो बच्चे आंदोलित हैं वे 3.5 लाख से ज्यादा हैं. लोग जानते और समझते हैं कि आधे से ज्यादा सीटों पर भ्रष्टाचार की शिकायतें हैं, सीटें बीक गई हैं. जिसने पढ़ाई की है उसे सीट नहीं मिलेगी. हर जिले और गांव-गांव में खबर फैली है कि एक-एक नौकरी के 30 लाख से 1.5 करोड़ तक लिए जा रहे हैं. सरकार को इस पर कुछ बोलना चाहिए.