पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का प्रभाव बिहार में भी दिखने लगा है. बिहार में कंपकंपा देने वाली ठंड होने लगी है. मौसम विभाग की मानें तो अब 15 जनवरी तक प्रदेश में शीतलहर रहने वाली है. बढ़ती ठंड को देखते हुए पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह की तरफ से सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक स्कूल चलाने के आदेश दिए हैं. 2 से 6 जनवरी तक ये नियम प्रभावी रहने वाला है. ज्यादा ठंड से बच्चों के शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिसको देखते हुए ये निर्णय लिया गया है.वैसे तो बिहार में छठ पूजा के क्रम में से ही हल्की ठंड महसूस होने लगती है, लेकिन इस वर्ष ठंड देरी से आई है. इसके असर से गेहूं और दलहन की फसलों पर भी पड़ा है. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के बीच ज्यादा गैप की स्थिति आने पर ठंड देरी से आई. दिसंबर के पहले हफ्ते और 26 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव पड़ा था. ठंड आने में देरी की दूसरी वजह बिहार में ज्यादा समय तक पुरवा हवा का असर भी रहा.
बंगाल की खाड़ी से भी पुरवा हवा नमी लेकर आई, जिससे टेंपेरेचर में गिरावट नहीं आई.
मौसम विभाग की मानें तो इस समय बिहार में पश्चिमी विक्षोभ मजबूत स्थिति में है, जिस कारण से कंपकंपा देने वाली ठंड महसूस हो रही है. पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पछुआ हवा चलती है तो बिहार समेत अन्य कई राज्यों में वर्षा लाती है. बिहार में इस वर्ष शीतकालीन बारिश अक्टूबर से जनवरी तक कम हुई है, जिसका प्रभाव गेहूं, सरसों और दलहन की फसलों पर पड़ रहा है.अक्टूबर से दिसंबर 2024 तक सामान्य से 71 फीसदी कम वर्षा हुई है. वहीं अभी फिलहाल बिहार में उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाएं आ रही हैं, जिस कारण से न्यूनतम टेंपेरेचर में कमी आ रही है.