नीतीश कुमार बिहार में जो लागू कर रहे हैं उसके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है.
ललन प्रसाद ने आगे बोला, "मैं नीतीश कुमार के कामों को गांव-गांव तक ले जाऊंगा. परचम लहराएंगे. सारी दुनिया देखेगी. मेरे जैसे नौजवान साथी को मौका दिया. बता दे कि बनिया समाज को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्मान दिया है." 52 वर्षीय ललन प्रसाद शेखपुरा जिले के सुजावलपुर गांव के रहने वाले हैं. 1994 से आज तक वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जुड़े हुए हैं.
बता दें कि आरजेडी नेता सुनील कुमार सिंह की विधान परिषद की सदस्यता रद्द होने के बाद ये सीट खाली हुई थी. विधायकों के संख्या बल के आधार पर इस सीट पर चुनाव होता है. 16 जनवरी को नामांकन वापस लेने की तिथि रखी गई है. 23 जनवरी को विधानसभा में वोटिंग होगी. नामांकन की प्रक्रिया 6 जनवरी से प्रारंभ है. इसके लिए आखिरी तारीख 13 जनवरी है.