जब उन्होंने विधायक से सहायता मांगी, तो उन्हें अपमानजनक शब्दों का सामना करना पड़ा.
फोन पर संपर्क करने पर जदयू विधायिका मीणा कामत ने बोला कि, "ग्रामीण समस्या लेकर आए थे, लेकिन मुख्यमंत्री के प्रोग्राम का कारण उनके पास समय नहीं था और मैं उपरोक्त प्रोग्राम को लेकर व्यस्त थी, इसलिए आवेदन नहीं ले सकी." वहीं घटना को लेकर वायरल वीडियो में एक व्यक्ति आक्रोश में ये बोल रहा है कि "ऐसे विधायक को तो जूते की माला पहनाना चाहिए. वोट का समय आने दीजिए, उस समय जूते की माला पहनाकर जवाब दिया जाएगा" जबकि एक अन्य वीडियो में ये बोलते हुआ सुना जा सकता है कि जो होना था हो गया, अब चलिए. सोशल मीडिया पर दो वीडियो के वायरल होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है और चर्चाओं का दौर जारी है. साथ ही इलाके में कई लोग विधायक मीणा कामत से माफी की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ ने प्रशासन से इस मामले की जांच करने की अनुरोध की है.