आज (14 जनवरी, 2025) मकर संक्रांति है और बिहार के सियासी गलियारों में दही-चूड़ा का भोज जोरशोर से हो रहा है. आरजेडी (RJD) की तरफ से राबड़ी आवास में पार्टी के नेताओं के लिए भोज का आयोजन किया गया है तो दूसरी तरफ एनडीए के भी तमाम दलों की तरफ से इस अवसर पर भोज रखा गया है. बीजेपी (BJP) के प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को आयोजित दही-चूड़ा भोज में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा (Umesh Kushwaha) सम्मिलित हुए. इस मौके पर भोज में सम्मिलित होने के बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पत्रकारों से बातचीत में बोला कि एनडीए गठबंधन के जितने भी घटक दल के यहां से निमंत्रण आया है वहां जाकर वे एकता का संदेश दे रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के न्याय के साथ विकास की धारा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबके विश्वास को मजबूत करने के लिए हम लोग लगे हुए हैं. इस प्रश्न पर कि नीतीश कुमार को निमंत्रण मिला है आरजेडी की तरफ से इस पर उमेश सिंह कुशवाहा ने बोला, "अरे छोड़िए न… आरजेडी वाले लोग इसी तरह बात करेंगे. वे लोग अपना सोचें."बता दें कि कुछ दिनों पहले ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बोला था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुला है.
इसके बाद से प्रश्न उठ रहा था कि मकर संक्रांति के बाद क्या बिहार में कुछ होने वाला है?
हालांकि मकर संक्रांति पर जब राबड़ी आवास में दही-चूड़ा के भोज का आयोजन हुआ तो पता चला कि सिर्फ पार्टी के नेताओं को ही बुलाया गया है. इस बीच आरजेडी सांसद मीसा भारती ने बड़ा बयान दिया है. सीएम नीतीश कुमार को दही-चूड़ा के भोज पर बुलाने के प्रश्न पर मीडिया से बोला, "हम तो चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आएं और अमित शाह भी आएं. ये तो अच्छी बात है कि घर में कोई बड़े लोग आएं. हमसे बड़े लोग अभिभावक के तौर पर हैं वे (नीतीश कुमार) आएं तो अच्छी बात है. वैसे भी हिंदू धर्म में अतिथि देवो भव बोला जाता है. दरवाजे पर कोई आ जाए सबका स्वागत है."