माना जा रहा है कि करीब 2.50 लाख के आसपास शिक्षक अभ्यर्थियों को चौथे अवसर की आवश्यकता होगी.
इसे ध्यान में रखते हुए बीपीएससी ने नए विज्ञापन में नियमावली को पूरी तरह से लागू करने का निर्णय लिया है. सबसे बड़ी बात है कि टीआरई-4 में अगर असफल होते हैं तो टीआरई-5 में परीक्षा के लिए बैठ सकेंगे.बता दें कि बिहार में शिक्षकों की भर्ती को लेकर निरंतर परीक्षा ली जा रही है. बीपीएससी की तरफ से परीक्षा ली जा रही है. बिहार में पहले चरण में हुई शिक्षक भर्ती परीक्षा के क्रम में जो नियमावली बनी थी उसमें तीन अवसर देने का ही जिक्र किया गया था. सोशल मीडिया पर शिक्षक अभ्यर्थी इस परीक्षा को तीन से पांच करने की मांग भी कर रहे थे. इस पर अब विचार कर लिया गया है.