मिल मालिक निरानी करीब 25 सालों से चीनी मिल के कारोबार में है.
कहते हैं कि वे किसान परिवार से है. इस लिहाज से किसानों की स्थिति जनता हूं. इस क्षेत्र के लोग हार्ड वर्क करते है. उनकी कोशिश सियासत से दूर रह किसानों के हित के बारे में सोचने की रहेगी. अधिक से अधिक रोजगार देने की पूरी कोशिश करूंगा. इधर, नए मिल मालिक से क्षेत्र के किसानों को काफी उम्मीदें हैं. लोगों को लगता नहीं था कि यह मिल फिर कभी चालू हो पायेगा, लेकिन मिल को खुद के हाथों में लेकर निरानी ने उन तमाम कयासों पर विराम लगा दिया. पूर्व के चीनी मिल मालिक के माध्यम से समय पर किसानों को गन्ना का भुगतान नहीं किया जाता था. इस समस्या का समाधान न जिला प्रशासन और न राज्य सरकार ही कर सकी थी. किसानों के लिए भुगतान एक बड़ी समस्या थी. हालांकि अब किसानों को आसानी से भुगतान की पूरी उम्मीद है. कारण है कि कर्नाटक राज्य के मूल निवासी चेयरमैन निरानी ने पूरे आत्मविश्वास के साथ बोला है कि वे हर सप्ताह गन्ना आपूर्ति के एवज में किसानों को भुगतान करेंगे. मिल मालिक निरानी की माने, तो फिलहाल इस मिल की क्षमता 11 मेगावाट बिजली उत्पादन की है. इसे बढ़ाकर 20 मेगावाट करेंगे. सरकार को भी बिजली की आपूर्ति करेंगे.26 दिसंबर को सीएम के चीनी मिल का उद्घाटन करने को लेकर वहां भी प्रबंधन की तरफ से तैयारी की जा रही है. डीएम रिची पांडेय समेत अन्य वरीय अधिकारी निरंतर मिल में पहुंच कर तैयारी का जायजा ले रहे हैं. गौरतलब है कि गन्ना पिछले 4 वर्षों से मिल के बंद रहने से 40 हजार गन्ना किसानों के साथ हजारों कामगार, छोटे-बड़े दुकानदार, व्यापारी, वाहन कारोबारी, उनसे जुड़े परिवार के कम से कम 5 लाख की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है. इन सभों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई थी. बता दे कि मिल चालू होने से लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक होगी और पुराने दिन फिर लौट आएंगे.