ताला खोलने के बाद वे सोनू-मोनू को बोलने के लिए उसके घर चले गए कि ऐसा गलती क्यों करता है.
सोनू-मोनू के घर जब वे पहुंचे तो उन्होंने अपने दो लोगों से देखने के लिए बोला कि घर में सोनू मोनू हैं या नहीं. इसके बाद उनके दोनों आदमी दौड़ने लगे. एक को कंधे में गोली लगी थी.अनंत सिंह ने बोला कि हम लोगों का जो आदमी था उसको (जख्मी को) बचाने के लिए दौड़ा. इस क्रम में इधर से भी गोली छोड़ दी गई. उधर से भी गोली चलाई गई. उन्होंने बोला कि उनके लोग जब जाकर सोनू-मोनू से यह बोलने लगे कि विधायक जी मिलने के लिए आए हैं. आप ऐसा क्यों करते हैं. इतने पर उन लोगों ने गोली चला दी.आगे अनंत सिंह ने बोला कि जब यह घटना हो रही थी तो वे रोड पर खड़े थे. वे जब मौके पर पहुंचे तो मामला समाप्त हो गया था. वे लौट कर गाड़ी में बैठ गए. अनंत सिंह से जब पूछा गया कि पुलिस से क्या उम्मीद रखते हैं? इस पर उन्होंने बोला कि हम कोई गुहार नहीं करेंगे, लेकिन बोलेंगे कि जब ऐसा मामला हुआ तो पुलिस को समय से पहुंचना चाहिए था. यह काम पुलिस का है.