अपराध के खबरें

बिहार विधानसभा चुनाव: इन दिग्गज नेताओं के बेटे आजमाएंगे अपनी किस्मत!


संवाद 


 बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीति में परिवारवाद की झलक एक बार फिर दिखने लगी है। इस बार कई दिग्गज नेताओं के बेटे राजनीति में एंट्री करने और अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं।

किन-किन नेताओं के बेटे लड़ सकते हैं चुनाव?

1️⃣ निशांत कुमार (CM नीतीश कुमार के बेटे)

➡ निशांत कुमार राजनीति से हमेशा दूर रहे हैं, लेकिन इस बार हरनौत सीट से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है।
➡ JDU नेता इस पर खुलकर कुछ नहीं बोल रहे, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं का मानना है कि अगर निशांत राजनीति में आते हैं तो यह बड़ा संदेश होगा।

2️⃣ तेजस्वी यादव (लालू प्रसाद यादव के बेटे)

➡ तेजस्वी पहले से ही बिहार की राजनीति का बड़ा चेहरा बन चुके हैं।
➡ RJD के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर वे NDA को टक्कर देने की तैयारी कर रहे हैं।
➡ उनके नेतृत्व में पार्टी इस बार मजबूत दावेदारी पेश कर रही है।

3️⃣ चिराग पासवान (दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे)

➡ LJP (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान NDA से अलग हो चुके हैं और अकेले चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहे हैं।
➡ उनका फोकस दलित वोट बैंक पर है, और वे बिहार में अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं।

4️⃣ समीर महासेठ (श्रवण कुमार महासेठ के बेटे, RJD)

➡ पूर्व मंत्री श्रवण कुमार महासेठ के बेटे समीर महासेठ इस बार विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।
➡ RJD के युवा नेताओं में उनका नाम तेजी से उभर रहा है।

5️⃣ सुहेल मेहमान (असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से जुड़ाव)

➡ AIMIM बिहार में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।
➡ इस बार ओवैसी की पार्टी से सुहेल मेहमान को टिकट मिल सकता है, जो सीमांचल में चुनाव लड़ सकते हैं।

क्या बिहार में परिवारवाद बनेगा बड़ा मुद्दा?

✔ NDA और विपक्षी दलों में यह बहस तेज हो गई है कि परिवारवाद से राजनीति प्रभावित हो रही है।
✔ BJP और JDU ने इसे लेकर विपक्ष पर हमला किया है, लेकिन खुद NDA के भी कई नेता अपने बेटों को राजनीति में उतारने की तैयारी में हैं।
✔ RJD और कांग्रेस में भी कई नेता अपने वारिसों को इस बार टिकट दिलाने की कोशिश कर रहे हैं।

जनता की राय क्या है?

📌 "परिवारवाद से बिहार की राजनीति जकड़ी हुई है, नए चेहरों को मौका मिलना चाहिए!"
📌 "अगर नेता योग्य हैं तो परिवारवाद कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए!"
📌 "बिहार में असली मुद्दे विकास और रोजगार हैं, परिवारवाद नहीं!"

📢 क्या इन नेताओं के बेटे बिहार की राजनीति में अपनी पहचान बना पाएंगे? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!


---

📢 मिथिला हिंदी न्यूज़ – सबसे तेज, सबसे सटीक!

हमारी वेबसाइट मिथिला हिंदी न्यूज़ पर पढ़ें हर बड़ी खबर, राजनीति, अपराध, ज्योतिष, सरकारी योजनाओं और खेल जगत की ताजा जानकारी। बने रहें सबसे तेज़ और विश्वसनीय खबरों के लिए हमारे साथ!


إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live