बिहार में कानून व्यवस्था पर फिर सवाल उठने लगे हैं। बीते 5 दिनों में दो ASI (असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर) की हत्या के बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल दिया है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि अब बिहार में पुलिस भी सुरक्षित नहीं रही।
क्या है पूरा मामला?
पिछले एक हफ्ते में बिहार में दो अलग-अलग जिलों में दो ASI की हत्या कर दी गई।
1. मुंगेर में ASI संतोष कुमार सिंह की हत्या
पुलिस टीम एक अपराधी को पकड़ने गई थी, तभी अपराधियों ने हमला कर दिया।
इस हमले में ASI संतोष कुमार सिंह की मौत हो गई।
2. अररिया में दूसरे ASI की हत्या
जिले में अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया।
हमले में एक और ASI की जान चली गई।
इन घटनाओं के बाद पुलिसकर्मियों में भी आक्रोश देखा जा रहा है।
राजनीतिक बवाल और विपक्ष का हमला
इस मामले को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है।
बीजेपी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा,
"बिहार में पुलिस खुद असुरक्षित हो गई है। नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो चुका है।"
तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि "अगर पुलिस ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या होगा?"
क्या कह रही है सरकार?
सरकार ने इन हत्याओं को गंभीरता से लिया है और डीजीपी ने सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। सरकार का कहना है कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा।
बिहार में बढ़ता अपराध चिंता का विषय
बिहार में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं और पुलिस पर हमले होना बेहद गंभीर मामला है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या ठोस कदम उठाती है।