बिहार में कांग्रेस पार्टी आज से 'पलायन रोको, नौकरी दो यात्रा' की शुरुआत करने जा रही है। इस यात्रा का मकसद राज्य में बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे को उठाना है। कांग्रेस का कहना है कि सरकार रोजगार देने में पूरी तरह विफल रही है, जिससे लाखों युवाओं को रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों का रुख करना पड़ रहा है।
यात्रा का नेतृत्व कौन करेगा?
इस अभियान की कमान बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह संभालेंगे। उनके साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता, कार्यकर्ता और युवा विंग के सदस्य भी यात्रा में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि यह यात्रा राज्य के कई जिलों से होकर गुजरेगी, जहां जनता को कांग्रेस अपनी नीतियों और आगामी चुनावों के लिए वादों से अवगत कराएगी।
क्या है कांग्रेस का प्लान?
1. युवा और बेरोजगारी पर फोकस – कांग्रेस इस यात्रा के जरिए युवाओं को जोड़ने और सरकार की नीतियों की आलोचना करने की योजना बना रही है।
2. ग्रामीण इलाकों में पहुंच – यात्रा के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में भी जनसभाएं होंगी, जहां किसानों और मजदूरों से संवाद किया जाएगा।
3. सरकार पर हमले – कांग्रेस का आरोप है कि बिहार सरकार रोजगार के नाम पर सिर्फ आंकड़ों का खेल दिखा रही है, जबकि हकीकत में लाखों युवा बेरोजगार हैं।
भाजपा-जदयू पर निशाना
कांग्रेस ने इस यात्रा से पहले ही एनडीए सरकार पर हमला बोला है। पार्टी का कहना है कि अगर सरकार वाकई में बेरोजगारी दूर करने के लिए गंभीर होती, तो लाखों युवाओं को पलायन नहीं करना पड़ता।
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस की यह यात्रा बिहार के लोगों पर कितना असर डालती है और क्या पार्टी इससे चुनावी बढ़त हासिल कर पाएगी।