बिहार की राजनीति में फिर से बयानबाजी तेज हो गई है। हाल ही में JDU नेता नीतीश कुमार के एक बयान ने राजद खेमे में हलचल मचा दी। नीतीश कुमार ने दावा किया था कि "लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाने में उनकी अहम भूमिका थी।" इस पर अब राबड़ी देवी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
राबड़ी देवी का तीखा पलटवार
राबड़ी देवी ने कहा:
"अगर नीतीश जी का दावा सही है, तो फिर क्या यह भी सच मान लें कि उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद ही बिहार का निर्माण हुआ? लालू जी को जनता का समर्थन था, तभी वे मुख्यमंत्री बने थे।"
उनके इस बयान से यह साफ है कि राबड़ी देवी नीतीश कुमार के दावे से बिल्कुल भी सहमत नहीं हैं।
नीतीश कुमार ने क्या कहा था?
दरअसल, हाल ही में एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने कहा था:
"जब 1990 में बिहार में सरकार बनी, तो मैंने ही सुझाव दिया था कि लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री बनाया जाए।"
उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ गई।
लालू समर्थकों का विरोध
RJD नेताओं ने इसे नीतीश कुमार का 'राजनीतिक क्रेडिट लेने' का प्रयास बताया।
लालू समर्थकों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव को जनता ने चुना था, न कि किसी की सिफारिश से वे मुख्यमंत्री बने थे।
सोशल मीडिया पर भी इस बयान को लेकर जोरदार बहस चल रही है।
बिहार की राजनीति में गर्मी
यह बयानबाजी बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है। अगले चुनाव से पहले JDU और RJD के बीच तानाशाही, जनता के समर्थन और नेतृत्व को लेकर नई जंग छिड़ सकती है।
क्या होगा आगे?
✅ राबड़ी देवी के बयान से RJD कार्यकर्ता आक्रामक हो सकते हैं।
✅ JDU इस मुद्दे पर सफाई देने या पलटवार करने की तैयारी कर सकता है।
✅ बिहार की राजनीति में अगले कुछ दिनों तक यह मुद्दा चर्चा का केंद्र बना रहेगा।
आपकी राय?
क्या नीतीश कुमार का दावा सही है? या लालू प्रसाद यादव की लोकप्रियता ही उनकी ताकत थी? अपनी राय कमेंट में दें!