बिहार में लागू होने वाली नई शिक्षक नियमावली का मतभेद जारी है. शिक्षक अभ्यर्थी और कुछ संगठन विवाद में उतरे हैं. इसी बीच बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर (Bihar Education Minister Chandrashekhar) का बड़ा वर्णन सम्मुख आया है. मंगलवार (9 मई) को मीडिया से वार्तालाप में चंद्रशेखर ने बोला कि नई नियमावली में कोई परिवर्तन नहीं होगा. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने यह भी बताया कि नई नियमावली जो आई है उसके मदद में लोगों को खड़ा होना चाहिए. इससे राज्य का हित होगा.शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति नियमावली का विवाद शिक्षा हित में नहीं है. चंद्रशेखर ने आगे मीडिया से बोला कि बिहार ज्ञान की भूमि रही है. इसको वापस लाना है. सरकार की ओर से उसी दिशा में कदम बढ़ाया गया है. बिहार की जो सम्पत्ति रही है, दुनिया भर में डंका बजता था. इन्होंने यह भी बोला कि जो लोग इस नई नियमावली का विवाद कर रहे हैं वो कारोबार के विरुद्ध हैंडॉ.
चंद्रशेखर ने कहा कि नई नियमावली बेरोजगारी को दूर करने वाला एतिहासिक कदम है.
यह राज्य और शिक्षा हित में सरकार की बहुत बड़ी पहल है. और बोला कि इसका विवाद किसी भी स्तर पर सही नहीं ठहराया जा सकता है. शिक्षा मंत्री ने विवाद करने वाले युवाओं और संगठनों से कहा कि ऐसा नहीं करना चाहिए. यदि वे लटकाना चाहते हैं तो यह बेरोजगार और युवाओं के हितों के विपरीत होगा.बता दें कि सरकार ने फिलहाल ही में 1.78 लाख शिक्षकों की भर्ती की अनुमति दी है. यह भर्ती नई नियमावली के जरिये होगी. कैबिनेट से इंसाफ आने के बाद इसका विवाद शिक्षक अभ्यर्थी और नियोजित शिक्षक कर रहे हैं. क्योंकि नियोजित शिक्षकों को सरकारी सक्रिय होने के लिए प्रतियोगिता परीक्षा देनी होगी. उन्हें इसमें पास करना होगा. इसलिए सरकार से इसे वापस लेने की मांग की जा रही है. और बता देे कि शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ साथ शिक्षक संघ ने भी इसका विवाद किया है.