सड़क से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक का घेराव कर चुके हैं.
आज गुरुवार को हंगामे के क्रम में कुछ छात्रों को पुलिस ने पकड़ लिया जिसके बाद कुछ छात्राएं सड़क पर ही बैठ गईं. छात्रों का बोलना था कि 11वीं की पढ़ाई वे कॉलेज में कर चुके हैं. 12वीं में एडमिशन ले चुके हैं. पैसे दे चुके हैं. छात्रों ने प्रदर्शन के क्रम में सरकार के विरुद्ध जमकर नारे लगाए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरुद्ध नारेबाजी की.बता दें कि सरकार ने फैसला लिया है कि बिहार में इंटर की पढ़ाई अब केवल इंटरस्तरीय स्कूलों में ही होगी. पहले प्लस टू तक की पढ़ाई कॉलेजों में भी होती थी. अब यह बंद कर दी गई है. ऐसे में कॉलेज में 11वीं की पढ़ाई कर चुके छात्रों को 12वीं की पढ़ाई के लिए वापस स्कूल लौटना होगा. ऐसे में वो छात्र जो एडमिशन ले चुके हैं उन्होंने प्रदर्शन किया.बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को आश्वासन दिया है. बोला है कि उनकी जो मांग है उस पर विचार किया जाएगा, लेकिन जो नए वर्ष में छात्र-छात्राएं एडमिशन लेंगे उन पर किसी तरह का विचार नहीं किया जाएगा.
सड़कों पर विरोध जता रहे विद्यार्थियों के मसले पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बोला कि मामला मेरे संज्ञान में आया है. मैंने तो अभी हाल में ज्वाइन किया है. इस मामले को हम देख लेते हैं. जो उचित होगा वह किया जाएगा. जो फैसला सरकार ने पहले लिया है उसे देख लेने दीजिए.